नॉर्थ रिजविले, अमेरिका में मॉरीन स्वीनी-काइल को संदेश

 

सोमवार, 6 नवंबर 2006

सोमवार, ६ नवंबर २००६

सेंट थॉमस एक्विनास का संदेश विज़नरी Maureen Sweeney-Kyle को नॉर्थ रिजविल में यूएसए से।

 

सेंट थॉमस एक्विनास आते हैं और कहते हैं: "यीशु की स्तुति हो।"

“मैं तुम्हें ‘अनन्त वर्तमान’ समझने में मदद करने आया हूँ जिसके बारे में यीशु ने तुमसे बात की थी। स्वर्ग में यही स्थिति है।”

"वहाँ समय या स्थान नहीं हैं; भूतकाल या भविष्य नहीं--न कल और न ही आने वाला कल। अनंत काल के लिए केवल एक क्षण है। हर विजय, हर हार सब कुछ अनन्त वर्तमान में मौजूद है—अनंत काल में कोई शुरुआत या अंत नहीं होता। अनन्त वर्तमान भोर की सुबह क्षितिज पर फूटने वाले प्रकाश के विस्फोट जैसा है, लेकिन कभी फीका नहीं पड़ता। यह जीवन के हर पहलू में ईश्वर का अस्तित्व है, जो एक ऐसे क्षण में ढाला गया है जो कभी बीतता नहीं।"

"इस जीवन में अनन्त वर्तमान को पूरी तरह से समझा या सराहा नहीं जा सकता; केवल तभी जब स्वर्ग में अनन्त वर्तमान का अनुभव किया जाता है तो यह संभव होता है।”

उत्पत्ति: ➥ HolyLove.org

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